मुंबई. बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने मुंबई जाने को लेकर दिए गए बयान के बाद लगातार शिवसेना के हमलावर नेताओं को जवाब दिया है. उन्होंने संजय राउत के बयान को लेकर अपना एक वीडियो भी जारी किया है. कंगना ने कहा, संजय राउत मुझे हरामखोर कहकर मेरी ही नहीं इस समाज की सभी महिलाओं के ख़िलाफ़ आपने बयान दिया है. यही मानसिकता महिलाओं के प्रति अन्याय करने वालों को हौसला देती है.
कंगना ने कहा, “संजय राउत का महाराष्ट्र नहीं है हम सबका है. मैंने महाराष्ट्र की कोई निंदा नहीं की .पहले मैं मुम्बई पुलिस की तारीफ करती थी लेकिन जिस तरह अब पालघर साधुओं की मॉब लिंचिंग और सुशांत के पिता के केस में मुम्बई पुलिस का रवैया रहा मैं उसकी निंदा करती हूं, मुम्बई पुलिस ने मेरे कहने के बावजूद मेरा स्टेटमेण्ट नहीं लिया.
कंगना ने कहा, “मैं 9 तारीख़ को आऊंगी लोग कह रहे है कि मेरा मुंह तोड़ देंगे जबड़ा तोड़ देंगे लेकिन मैं डरने वाली नहीं हूं. जब आमिर खान और नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि उन्हें इस देश में डर लगता है तब उन्हें किसी ने हरामखोर नहीं कहा. मैं डरने वाली नहीं हूं, आ रही हूं.
इससे पहले कंगना ने एक ट्वीट करते हुए कहा, “किसी के बाप का नहीं है महाराष्ट्र, महाराष्ट्र उसी का है जिसने मराठी गौरव को प्रतिष्ठित किया है. और मैं डंके की चोट पे कहती हूं हां मैं मराठा हूं ,उखाड़ो मेरा क्या उखाड़ोगे?”
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, “इनकी औक़ात नहीं है, इंडस्ट्री के सौ सालों में एक भी फ़िल्म मराठा प्राइड पे बनाई हो, मैंने इस्लाम डॉमिनेट इंडस्ट्री में अपनी जान और करियर को दांव पर लगाया, शिवाजी महाराज और रानी लक्ष्मीबाई पर फ़िल्म बनाई, आज महाराष्ट्र के इन ठेकेदारों से पूछो किया क्या है महाराष्ट्र के लिए?”
इससे पहले मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से करने के लिए अभिनेत्री कंगना रनौत पर निशाना साधते हुए शिवसेना नेता संजय राउत ने शुक्रवार को महाराष्ट्र सरकार से आग्रह किया कि नगर पुलिस को बदनाम करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. राउत ने कंगना को पीओके की स्थिति देखने के लिए सबसे पहले वहां का दौरा करने के लिए कहा. कंगना ने हाल ही में एक ट्वीट में सवाल किया था, “मुंबई, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की तरह क्यों लग रहा है?” उन्होंने एक सितंबर की एक समाचार रिपोर्ट को भी टैग किया था जिसमें संजय राउत ने कथित तौर पर कहा था कि अगर वह मुंबई की पुलिस से डरती हैं तो उन्हें वापस मुंबई नहीं आना चाहिए.